Stock Market Crash: साल 2024 के आखिरी दिन भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स में 450 अंकों की गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा। बाजार में गिरावट के चलते कई प्रमुख कंपनियों के शेयरों की कीमतें धड़ाम हो गईं। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे उन 10 शेयरों के बारे में, जो सबसे ज्यादा प्रभावित हुए और बाजार में गिरावट के मुख्य कारणों पर एक नजर डालेंगे।
Stock Market Crash: सेंसेक्स और निफ्टी, 2024 के आखिरी दिन बाजार में गिरावट
साल 2024 के आखिरी दिन मंगलवार को भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का प्रमुख सेंसेक्स इंडेक्स शुरुआती कारोबार में ही 450 अंकों से अधिक गिर गया, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 100 अंकों से ज्यादा टूट गया। इस गिरावट ने निवेशकों को चौकन्ना कर दिया।
सेंसेक्स-निफ्टी की स्थिति
मंगलवार को सेंसेक्स 78,248.13 के पिछले बंद स्तर से गिरकर 77,982.57 पर खुला। शुरुआती घंटों में यह 450 अंकों की गिरावट के साथ 77,779.99 तक पहुंच गया। निफ्टी भी इसी दिशा में चला और 23,644.90 के बंद स्तर से टूटकर 23,560 पर खुला। इसके बाद निफ्टी 100 अंकों की गिरावट के साथ 23,527.85 तक फिसल गया।
किन शेयरों में गिरावट?
शुरुआती कारोबार के दौरान बीएसई के 30 में से 26 शेयरों ने लाल निशान में कारोबार किया। प्रमुख रूप से टेक महिंद्रा, इन्फोसिस, टीसीएस, और जोमैटो जैसे बड़े स्टॉक्स पर दबाव दिखा।
- लार्ज कैप शेयर:
- टेक महिंद्रा: −2.27%
- इन्फोसिस: −1.94%
- टीसीएस: −1.83%
- जोमैटो: −1.70%
- मिडकैप शेयर:
- अदानी विल्मर: −7.28%
- गोदरेज इंडिया: −4.70%
- एयू बैंक: −4.46%
- भारती हेक्सा: −2.78%
- स्मॉलकैप शेयर:
- ईज माय ट्रिप: −9.44%
- IXIGO: −3.74%
बाजार पर असर डालने वाले कारक
गौतम अडानी की अदानी पोर्ट्स, मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज और टाटा ग्रुप की टीसीएस जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट ने बाजार की कमजोरी को और बढ़ा दिया।
सोमवार को भी गिरावट
बीते कारोबारी दिन सोमवार को भी बाजार ने गिरावट दर्ज की थी। निफ्टी50 ने 168 अंकों की गिरावट के साथ 23,644 पर क्लोज किया था, जबकि सेंसेक्स 450 अंक गिरकर बंद हुआ। निफ्टी बैंक ने भी 335 अंकों का नुकसान झेला।
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क्या आगे उम्मीदें बनेंगी?
हालांकि बाजार ने पिछले कुछ हफ्तों में तेजी का प्रदर्शन किया था, लेकिन इस हफ्ते की शुरुआत ने निवेशकों को निराश किया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह गिरावट वैश्विक बाजारों के संकेतों और घरेलू आर्थिक चिंताओं का परिणाम है। निवेशकों को आने वाले दिनों में सतर्क रहना होगा।
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निष्कर्ष
साल 2024 के आखिरी दिन शेयर बाजार की कमजोर शुरुआत ने पूरे साल के बाजार के उतार-चढ़ाव की याद दिला दी। निवेशकों को ऐसे समय में धैर्य बनाए रखने और दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी जाती है।
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)